कोरोना के खतरे से बचाव के लिए कृषि विभाग की सारी योजनाएं ऑनलाइन कर दी गई हैं। आवेदन से लेकर सत्यापन और भुगतान तक की किसी भी प्रक्रिया के लिए अब ऑफलाइन व्यवस्था नहीं है। कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने कहा कि किसानों को कहीं आने-जाने की जरूरत नहीं है। घर बैठे ही खेती से संबंधित सभी योजनाओं का लाभ ले सकते हैं।
कृषि की योजनाओं का लाभ लेने के लिए ऑनलाइन निबंधन की व्यवस्था है। किसान सेंटर भी मददगार साबित हो रहा है। टॉल फ्री नंबर 18001801551 पर कृषि विशेषज्ञों से फसलों की बुआई से कटाई तक के बारे में सलाह ली जा सकती है। मंडियों में उत्पादों के दाम की जानकारी भी ली जा सकती है।
अगले महीने से शुरू हो सकती है गेहूं की खरीद : राज्य सरकार ने धान खरीद की तिथि भी एक महीने के लिए बढ़ा दी है। ऐसे में गेहूं खरीद के लिए निबंधन भी 15 अप्रैल से शुरू होगा। खरीदारी मई से शुरू होगी और जून तक चल सकती है। किसानों से धान की तरह गेहूं खरीदने की जिम्मेवारी भी पैक्सों और व्यापार मंडलों की होती है।
कोरोना संक्रमण से सतर्क किसान मॉस्क लगाकर गेहूं की कटाई करते हुए |
बिहार राज्य में गेहूं कटाई की गति फिर हुई धीमी
गेहूं कटनी के लिए बिहार में बाहर से मंगाए जा रहे हार्वेस्टर एवं उसके चालकों के पास बनाने बंद कर दिए गए हैं। जो पहले आ चुके हैं, उन्हें कम से कम दो सप्ताह के लिए क्वारंटाइन सेंटरों में भेजा जा रहा है। मुख्य सचिव के आदेश पर स्वास्थ्य विभाग ने नए पास बनाने पर रोक लगा दी है, जिसके बाद गेहूं की कटनी फिर से धीमी हो गई है। बिहार में हार्वेस्टर से गेहूं की कटाई का प्रचलन धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है। कैमूर, रोहतास और औरंगाबाद जिले में 80 फीसदी कटाई अब हार्वेस्टर से ही होती है। लॉकडाउन के चलते गांवों में मजदूर नहीं मिल रहे हैं। ऐसे में गेहूं की कटनी फिर धीमी पड़ गई है। राज्य में अभी तक 30 से 35 फीसद तक ही कटनी हो सकी है। स्वास्थ्य विभाग की नई एडवाइजरी में साफ कह दिया गया है कि कोरोना के खतरे को देखते हुए बाहर से लोगों को बुलाने की इजाजत नहीं होगी। इसलिए गेहूं कटाई की व्यवस्था स्थानीय स्तर पर ही करनी होगी। हालांकि अच्छी बात यह है कि राज्य सरकार ने रीपर का धागा पहले ही मंगा लिया था।
बिहार किसान पंजीकरण | Bihar Online Farmer Registration
ध्यान रहे यह पंजीकरण बिहार सरकार द्वारा चलाई गई विभिन्न अनुदान योजनायों के लिए आवश्यक है
किसान रजिस्ट्रेशन के लिए जरुरी जानकारी/दस्तावेज
बिहार कृषि की सभी सेवाएं हुईं ऑनलाइन कैसे करें |
ऑनलाइन किसान पंजीकरण बिहार | dbt agriculture पोर्टल पे फार्मर रजिस्ट्रेशन
- सबसे पहले बिहार सरकार की डीबीटी एग्रीकल्चर आधिकारिक वेबसाइट पर इस लिंक https://dbtagriculture.bihar.gov.in/ के ज़रिये जाएं।
- वहाँ डैशबोर्ड पर आपको पंजीकरण के लिए लिखा हुआ विकल्प दिखेगा उसके अंदर पंजीकरण करें वाले विकल्प पर क्लिक करें।
Click Here online Form
- इस विकल्प को चुनने के बाद आपका नया पृष्ठ खुलेगा जो आपको तीन विकल्प देगा
- एक डेमोग्राफी के साथ ओटीपी,
- दूसरा डेमोग्राफी के साथ बायो ऑथ और
- आखिरी आईरिस
आपको बता दें की आपने पहले ऑप्शन को चुनना है क्यूंकि यही सबसे आसान विकल्प है , अन्य विकल्पों का इस्तेमाल तभी हो सकता है जब अंगूठा लगाने वाली मशीन (फिंगर स्कैनर) या फिर आँख स्कैन करने वाली मशीन ( Eye स्कैनर) उपलब्ध हो
- अगले पृष्ठ पर अपने आधार कार्ड की संख्या साथ ही अपना नाम खाली जगह में अंकित कर दें और इस जानकारी के बाद “Authentication” का विकल्प चुने जिससे कि ये निश्चित हो सके कि आपकी आधार संख्या हर तौर पर वैध है। आपका एक ही आधार कार्ड नंबर, मोबाइल नंबर और बैंक खाता नंबर मान्य होगा। आपका आधार कार्ड आपके मोबाइल से लिंक होना आवश्यक है। इस प्रक्रिया के बाद आप नीचे दिए गए एफिडेविट के चेकबॉक्स पर क्लिक करें और आगे बढें।
- अब आपके आधार के साथ जुड़े नंबर पर ओटीपी आएगा जिसे भर के आपने पर “Validate OTP” क्लिक करना है
- सही जानकारी देने पर नया पेज खुलेगा जिसमें आपको “किसान पंजीकरण” ऑप्शन का चुनाव करना है
- अब नया पेज खुलेगा जिसमे किसान की सारी जानकारी मांगी जाएगी | सही जानकारी देने के बाद सबमिट बटन पर क्लिक करें और अपनी पंजीकरण संख्या नोट कर लें
ये रहा आपके लिए पूरा पेज:
- अगले पृष्ठ पर आप देखेंगे कि आपका कृषि विभाग, बिहार सरकार में ऑनलाइन पंजीकरण हो चूका है। इस नए पेज को आप भविष्य के लिए संजो कर रखे या फिर अलग से एक कॉपी प्रिंट कर के बाद की ज़रुरत के लिए अपने पास संभल कर रख लें।